Nursery Plants
नर्सरी एक ऐसी जगह है जहाँ पौधों को उगाया जाता है, उनकी देखभाल की जाती है, और उन्हें बेचने या अंतिम जगह पर लगाने के लिए तैयार किया जाता है। नर्सरी, कृषि, वानिकी और बागवानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं क्योंकि वे स्वस्थ और युवा पौधे प्रदान करती हैं।
नर्सरी पौधों के प्रकार
नर्सरी पौधों को उनके उद्देश्य, जीवनकाल या बढ़ने की आदत के आधार पर कई श्रेणियों में बाँटा जा सकता है।
1. उद्देश्य/कार्य के आधार पर:
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कृषि नर्सरी (Agricultural Nurseries): ये नर्सरी खाद्य उत्पादन के लिए पौधों में विशेषज्ञता रखती हैं। उदाहरण के लिए, सब्जियां (टमाटर, सलाद), अनाज (चावल, गेहूँ) और फलों (स्ट्रॉबेरी, मक्का) के पौधे यहाँ उगाए जाते हैं।
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वन नर्सरी (Forest Nurseries): ये वनों की दोबारा स्थापना (reforestation), लकड़ी उत्पादन और पर्यावरण सुधार के लिए पेड़ और झाड़ियाँ उगाती हैं। इनमें आम तौर पर चीड़, ओक और देवदार जैसे पेड़ शामिल होते हैं।
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सजावटी नर्सरी (Ornamental Nurseries): ये नर्सरी सौंदर्य के उद्देश्य से पौधों पर ध्यान केंद्रित करती हैं, जिनका उपयोग बगीचों, परिदृश्यों और घरों के अंदर किया जाता है। यह एक बहुत बड़ी श्रेणी है जिसमें शामिल हैं:
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फूल वाले पौधे (Flowering Plants): ये अपने सुंदर फूलों के लिए जाने जाते हैं, जैसे गुलाब, लिली, पिटुनिया और गेंदा।
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पत्तियों वाले पौधे (Foliage Plants): ये अपनी दिलचस्प पत्तियों के आकार, रंग और बनावट के लिए पसंद किए जाते हैं, जैसे फर्न, होस्टा और सजावटी घास।
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सकुलेंट्स और कैक्टस (Succulents and Cacti): ये पौधे अपनी पत्तियों, तनों या जड़ों में पानी जमा करते हैं और सूखी परिस्थितियों में भी पनपते हैं। उदाहरण के लिए, एलोवेरा और जेड प्लांट।
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औषधीय, सुगंधित और पाक कला नर्सरी (Medicinal, Aromatic, and Culinary Nurseries): ये ऐसे पौधे उगाती हैं जिनमें चिकित्सीय गुण होते हैं या जिनका उपयोग भोजन को सुगंधित बनाने और आवश्यक तेल (essential oils) बनाने के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, पुदीना, तुलसी, रोज़मेरी और लैवेंडर।
2. बढ़ने की आदत और जीवनकाल के आधार पर:
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वार्षिक पौधे (Annuals): ये वे पौधे हैं जो एक वर्ष के भीतर अपना पूरा जीवन चक्र (अंकुरण से लेकर बीज पैदा करने और मरने तक) पूरा कर लेते हैं। उदाहरण: पिटुनिया, गेंदा और कुछ सब्जियां जैसे सलाद पत्ता।
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द्विवार्षिक पौधे (Biennials): इन पौधों को अपना जीवन चक्र पूरा करने में दो साल लगते हैं। वे आमतौर पर पहले साल में पत्तियाँ उगाते हैं और फिर दूसरे साल में फूल, बीज पैदा करके मर जाते हैं। उदाहरण: गाजर, गोभी।
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बारहमासी पौधे (Perennials): ये ऐसे पौधे हैं जो दो साल से अधिक समय तक जीवित रहते हैं। वे शाकीय (जिनके तने सर्दियों में मर जाते हैं) या लकड़ीदार (पेड़ और झाड़ियाँ) हो सकते हैं। उदाहरण: गुलाब, होस्टा और अधिकांश पेड़।
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जड़ी-बूटियाँ (Herbs): ये छोटे पौधे होते हैं जिनके तने मुलायम और हरे होते हैं, और अक्सर इनके औषधीय, सुगंधित या पाक कला में उपयोग होते हैं।
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झाड़ियाँ (Shrubs): ये मध्यम आकार के, लकड़ीदार पौधे होते हैं जिनके तने नीचे से कई शाखाओं में बँटे होते हैं। उदाहरण: गुलाब, चमेली और गुड़हल।
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पेड़ (Trees): ये बड़े, ऊँचे पौधे होते हैं जिनका एक ही, मोटा, लकड़ीदार तना होता है जिसे ट्रंक कहा जाता है।
3. पैकेजिंग/उगाने के तरीके के आधार पर:
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कंटेनर में उगाए गए पौधे (Container-Grown Plants): ये नर्सरी में सबसे आम प्रकार के पौधे हैं। पौधे को पूरी तरह से एक गमले या कंटेनर में उगाया जाता है और इसे साल के किसी भी समय लगाया जा सकता है।
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बैलड और बर्लैप्ड (B&B) पौधे: आमतौर पर बड़े पेड़ और झाड़ियाँ जिन्हें जमीन में उगाया जाता है और फिर उनकी जड़ों को मिट्टी के गोले के साथ खोदकर, बर्लैप कपड़े में लपेटकर सुरक्षित रखा जाता है। ये आमतौर पर सर्दियों के मौसम (देर से शरद ऋतु से शुरुआती वसंत तक) में बेचे जाते हैं।
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बैर-रूट पौधे (Bare-Root Plants): ये सुप्त अवस्था (dormant) में पौधे होते हैं (अक्सर गुलाब या फलों के पेड़) जिन्हें उनकी जड़ों से बिना मिट्टी के ही खोदकर निकाला जाता है। ये हल्के होते हैं और इन्हें आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है, लेकिन इन्हें खरीदने के तुरंत बाद लगाना आवश्यक है।
पौधों की देखभाल के महत्वपूर्ण पहलू
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मिट्टी और पॉटिंग माध्यम (Soil and Potting Medium): अच्छी मिट्टी स्वस्थ पौधों की नींव है। अधिकांश पौधों को एक अच्छी तरह से पानी निकलने वाली मिट्टी की आवश्यकता होती है जो कार्बनिक पदार्थ से भरपूर हो। नर्सरी में अक्सर लाल मिट्टी, रेत और खाद के विशेष मिश्रण का उपयोग किया जाता है।
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पानी देना (Watering): सही सिंचाई बहुत जरूरी है। एक सामान्य नियम यह है कि जब मिट्टी की ऊपरी इंच सूख जाए तो पानी दें। मजबूत जड़ विकास को प्रोत्साहित करने के लिए कम बार लेकिन गहराई से पानी देना अक्सर बेहतर होता है।
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धूप (Sunlight): अलग-अलग पौधों की धूप की आवश्यकताएँ अलग-अलग होती हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए पौधे के टैग की जाँच करें कि उसे पूरी धूप (कम से कम 6 घंटे सीधी धूप), आंशिक छाया या पूरी छाया की आवश्यकता है।
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खाद देना (Fertilizing): पौधों को पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, खासकर उनके सक्रिय बढ़ने के मौसम (वसंत और गर्मियों) के दौरान। जैविक खाद दीर्घकालिक पौधों के स्वास्थ्य के लिए एक अच्छा विकल्प है।
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रिपोटिंग और हार्डनिंग (Repotting and Hardening): नर्सरी में पौधों को जैसे-जैसे वे बढ़ते हैं, उन्हें बड़े कंटेनरों में बदलने की आवश्यकता हो सकती है। “हार्डनिंग” एक पौधे को संरक्षित नर्सरी वातावरण से बाहरी परिस्थितियों में धीरे-धीरे अभ्यस्त करने की प्रक्रिया है, ताकि इसे लगाने से पहले तैयार किया जा सके।
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कीट और रोग नियंत्रण (Pest and Disease Control): पौधों को कीटों और बीमारी के संकेतों के लिए नियमित रूप से जांचना समस्याओं को फैलने से रोकने के लिए महत्वपूर्ण है।